-बरसात बीतने के तीन दिन बाद भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं कर सका विभाग
-माधोपुर फीडर के 40 गांव एवं नगर के 4 वार्ड अंधेरे में डूबे
-दैनिक जीवन चर्या प्रभावित होने से लोगों में बढ़ रहा आक्रोश
🔴विजय पाण्डेय
तमकुहीराज, कुशीनगर।
भारी बरसात के कारण बदहाल हुई विद्युत व्यवस्था पांच दिन बाद भी पटरी पर नहीं लौट सकी है। शुक्रवार देर शाम से भारी बारिश के कारण बंद हुई विद्युत आपूर्ति मंगलवार देर शाम तक सुचारु रूप से शुरू नहीं हो सकी। विद्युत विभाग का दावा है कि नगर पंचायत तमकुहीराज के चार वार्डो सहित माधोपुर फीडर के 40 गांवों की विद्युत आपूर्ति बुधवार को शुरू हो पाएगी। विद्युत विभाग की इस लचर व्यवस्था के कारण बरसात के तीन दिन बीत जाने के बाद बाद भी क्षेत्र के 40 गांव एवं नगर के 4 वार्ड अंधेरे में समय काटने को मजबूर है।
बीते शुक्रवार की देर शाम शुरू हुई बारिश ने लगातार 24 घंटे बरस कर आम जन जीवन प्रभावित कर दिया। भारी बारिश के कारण ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र जलमग्न हो गए। वही इस बारिश ने नगर के ड्रेनेज व्यवस्था की पोल खोल दिया। बारिश के कारण तमकुहीराज कस्बे में स्थित बिजली घर में पानी घुस गया। नगर पंचायत प्रशासन के कड़ी मशक्कत के बाद विद्युत उपकेंद्र से बरसात का पानी बाहर निकाल कर विद्युत आपूर्ति बहाल करने की कवायद तेज हुई। तेज हवा एवं भारी बारिश के कारण क्षेत्र में कई जगह विद्युत पोल एवं तार गिरने एवं विद्युत तारो पर पेड़ गिरने से विद्युत सप्लाई अविलंब बहाल नहीं हो सकी। भारी नुकसान का हवाला देकर आपूर्ति सुचारु रूप से शुरू करने की कवायद में जुटा विद्युत विभाग बरसात बीतने के तीन दिन बाद तक सौ प्रतिशत आपूर्ति बहाल नहीं कर सका है। जिससे तमकुहीराज विद्युत उपकेंद्र से जुड़े माधोपुर फीडर के 40 गांव सहित नगर पंचायत तमकुहीराज के 4 वार्ड अंधेरे में डूबे हुए है। विद्युत आपूर्ति से प्रभावित ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युत विभाग के जिम्मेदार लापरवाही पूर्वक कार्य कर रहे है। जिसके कारण पिछले पांच दिनों से उन्हें विद्युत सप्लाई नहीं मिल पाई है। जिससे उनकी पूरी दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो गई है। तथा वह समाज की मुख्य धारा से पूर्णतया कट कर रह गए है। उन्होंने विभाग से अविलंब विद्युत सप्लाई बहाल करने की मांग की है। इस संबंध में जेई सत्यम गोंड का कहना रहा कि बुधवार को विद्युत आपूर्ति सुचारु रूप से संचालित कर दी जाएगी।